career counselor kaise bane

करियर काउंसलर कैसे बने (career counselor kaise bane in hindi), करियर काउंसलर बनने के लिए क्या करे। आज हम उन सभी विषयों पर बात करेंगे जो career counselor बनने के लिए उपयोगी है। अपनी शिक्षा पूरी कर लेने के बाद बच्चो के पास बहुत से विकल्प होते हैं जिन्हें चुन कर वे अपने भविष्य को नई ऊँचाइयों पर ले जा सकते हैं।

परन्तु कुछ बच्चे या जिन्होंने अपना career शुरू करना है वें पर्याप्त शिक्षा होने के बावजूद भी ये निर्णय नहीं ले पाते की वे किस राह यानि career को चुने उनकी इसी समस्या को सुलझाने का कार्य ही career counselor करता है। 
career का चयन जीवन के अहम फैंसलो में से एक होता है। यह एक ऐसा फैसला है जिस पर यह बात बहुत हद तक निर्भर करती है कि भविष्य में हम अपने जीवन को लेकर कितने सन्तुष्ट या सफल रहेंगे। इसके बावजूद कम ही लोग इस फ़ैसले पर पर्याप्त ध्यान देते हैं।

करियर कॉउंसलिंग क्या है? (Career Counselling Kya Hai)

जिन्होंने भी अपनी शिक्षा पूरी हो जाने के बाद ये सोचा है की वो करियर काउंसलर कैसे बने और career counselor बनने के लिए क्या करें? तो उनको पहले ये जानना जरूरी है की career counseling होती क्या है और क्यों जरूरी है career counseling. इन सब बातों के बाद ही आप तय कर सकेंगे की आप करियर काउंसलर कैसे बने ।
"Career Counseling" ऐसी प्रक्रिया है जो युवाओं को खुद को जानने व समझने में मदद करती है। वे कामकाजी दुनिया के बारे में विस्तार से जान पाते है ताकि वे शिक्षा, कार्य तथा जीवन से संबंधित अपने फैसलों तथ्यों तथा अपने व्यक्तिगत गुणों और पसंद के अनुसार ले सकें।
 "Career Develop" का सम्बध केवल यह फैसले लेने तक ही सीमित नहीं है कि आपको किस फील्ड में करियर बनाना चाहिए। यह एक समग्र विकास कार्यक्रम होता है जो एक युवा को पूर्ण जानकारी के आधार पर शैक्षिक तथा पेशेवर चयन करने के योग्य बनाता है।
"Professional counseling" किसी छात्र के प्रदर्शन में बड़ा सुधार कर सकती है जिससे वे शरीरिक, मानसिक तथा भावनात्मक स्तर पर विकास करते हुए आजादी से अपने करियर का उपयुक्त चयन कर सकें।

क्यों जरूरी है CAREER COUNSELING

अक्सर career के सम्बंध में फैसले अधूरी जानकारी, माता-पिता व सामाजिक दबाव और भावात्मक आधार पर ले लिए जाते हैं। ये ऐसे कारक है जिन के आधार पर कभी भी सही career चयन नहीं हो सकता। इसमे हमारे समाज मे व्याप्त धरणाओं की भी बड़ी गलती है जो तब तक किसी को सफल नहीं मानती जब तक वह डॉक्टर, इंजीनयर, बिजनेसमैन या चार्टेड अककॉउंटेड न बन जाये।
इस तथ्य को एक दम नजरअंदाज कर दिया जाता है कि हर इंसान अपने आप में अनोखा है, उसकी खूबियां तथा कमियां ही नही, उसका व्यक्तित्व भी अलग होता है और वह अपनी प्रतिभा और गुणों के अनुरूप आज मोजूद हजारों करियर विकल्पों में से किसी में भी सफलता अर्जित कर सकता है।


अगर बच्चों को 12वीं के बाद क्या करें या किसी अन्य कोर्स के बाद ये समझ नहीं आता की अब वो क्या करे तो बिना किसी के दबाव में आये अपने भविष्य को सही दिशा देने के लिए किसी अच्छे "career counselor" से अपना विश्लेषण करवाएं ताकि आपको अच्छी सलाह मिल सके और अपना भविष्य उज्जवल कर सकें।

career counselor kaise bane

करियर काउंसलर कैसे बने? Career counselor kaise bane

counselor मतलब सलाहकार और career counselor मतलब किसी व्यक्ति की शिक्षा,कौशल और ज्ञान का जायजा लेकर उसे सही राह चुनने में मदद करना। वह एक ऐसा काउन्सलर (Counselor) या सलाहकार होता है जो लोगो को आगे बढ़ने की दिशा दिखाता है। एक ऐसा टीचर जो आपके ही विकल्पों में से ऐसा सुझाव देता है जो युवाओ के व्यक्तिगत गुणों, कौशल तथा प्रतिभा के अनुरूप होता है।

हालांकि career चयन को लेकर अब पहले की तुलना में जागरूकता बढ़ गई है। जैसे- जैसे career के विकल्प बढे हैं वैसे ही युवाओ की जरूरतें भी बढ़ी है, करियर काउंसलरों की मदद लेने का रूझान बढ़ गया है। अब करियर चयन के मामले में काउंसलरों की सलाह को पेशेवर सेवा के रूप में काफी हद तक मान्यता मिल चुकी है। "करियर काउंसलर कैसे बने" और बनने के लिए क्या क्या चाहिए आइये जानते है विस्तार से।

शैक्षिक योग्यता

 Career counselor बनना चाहते हैं तो 12वीं कक्षा के बाद साइकोलॉजी, सोशयोलॉजी, सोशल वर्क जैसे विषयों का अध्ययन करें। ग्रेजुएशन में भी ऐसे ही विषय पढ़े तथा इसके बाद कॉउंसलिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन करें। चाहें तो इसके बाद डॉक्ट्रेट भी कर सकते हैं।

career counseling के संबंध में कोई विशेष कोर्स उपलब्ध नहीं है परंतु गाइडेंस एंव कॉउंसलिंग के अधिकतर कोर्सेज में करियर कॉउंसलिंग का विषय भी शामिल होता है। साइकोलॉजी की पृष्ठभूमि वाले काउंसलरों के लिए यह करियर बेहतर है क्योंकि उन्हें व्यक्तित्वों को बेहतर समझ होती है और वे अपने कलाइंट्स की समस्या तथा जरूरतों को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं

कुछ वर्ष अनुभव रखने वाले भी करियर गाइडेंस तथा कॉउंसलिंग में करियर बना सकते हैं।

अपना कौशल (skills) बढाएं

 Career counselor बनने  लिए शिक्षा जगत की पूरी जानकारी होना जरूरी है। क्योंकि कॉउंसलर का कार्य ही होता है बच्चो सलाह देना की वो क्या करे कौन सा कोर्स करे किसमे अधिक लाभ है। भविष्य में  कब क्या नया हो रहा है, के बारे में विशेष रूप से अपडेट रहें।

कम्युनिकेशन स्किल बेहतर होनी चाहिए क्योंकि अगर आप किसी को आसान भाषा में समझा ही नहीं पाएंगे तो आपकी दी सलाह किसी को भी अच्छी नहीं लगेगी इसीलिए बोलने के तरीके और किसी को जल्दी समझाने की कला सीखिए। उच्च स्तर के धैर्य को भी जरूरत होगी।

बोलने में इतना निपुण होना चाहिए की आपके व्यक्तित्व से लोग सम्मोहित हो जाये, तभी वे आप पर विश्वास कर सकेंगे। सामने वाले में अपनी क्षमता पर भरोसा पैदा करना भी बहुत जरूरी है।

CAREER COUNSELOR के लिए नौकरी के अवसर

करियर काउंसलर के रूप में रोजगार के विकल्पों की कोई कमी नहीं है। अगर आप पूरी तरह से अपने ज्ञान और भविष्य के बारे में हमेशा अपडेटेड रहते है तो कॉरपोरेट कम्पनी, मल्टीनेशनल कम्पनी, इंस्टीट्यूटस, स्कूल्स आदि जगह पर आप जॉब्स कर सकते हैं। वैसे अधिकतर करियर काउंसलर स्कूलों एंव अन्य शैक्षणिक संस्थानों में ही कार्य करते हैं।

वे करियर इन्फॉर्मेशन सेंटर तथा करियर एजुकेशन प्रोग्राम्स पर भी कार्य कर सकते हैं। वे रिक्रूटमेंट एजेंसियों में भी कार्य करते हैं जहां वे छात्रों को मदद के लिए उन्हें रोजगार और प्लेसमेंट सबंधी सलाह भी देते हैं। वे करियर डेवलोपमेन्ट से लेकर जॉब्स की तलाश तथा उनके लिए आवेदन करने में भी उनकी सहायता करते हैं।
 

CAREER COUNSELOR बनने के लिए प्रमुख संस्थान

  • नेशनल कॉउंसिल ऑफ एजुकेशन एंड रिसर्च ट्रेनिंग ( एन. सी. ई. आर. टी ), नई दिल्ली (WWW.NCERT.NIC.IN)
  • राजीव गांधी नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ युथ डेवलोपमेन्ट, तमिलनाडु (WWW.RGNIYD.GOV.IN)
  • इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली (WWW.IGNOU.AC.IN)
  • एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा, उत्तरप्रदेश (WWW.AMITY.EDU)
  • जामिया मिलिया इस्लामिक यूनिवर्सिटी, दिल्ली (WWW.JMI.AC.IN)