psychologist kaise bane

तो आपने दृढ़ता से निर्णय लिया कि भविष्य में आप मनोविज्ञान में करियर बनाने के इच्छुक हैं। चिकित्सा, समाज सेवा तथा रोमांच से भरपूर क्षेत्र है मनोविज्ञान। जो लोग मनोवैज्ञानिक (Psychologist) बनना चाहते हैं उनके मन में अक्सर यह सवाल आता रहता है कि  साइकोलोजिस्ट कैसे बने,  साइकोलोजिस्ट कितने प्रकार के होते हैं या फिर मनोवैज्ञानिक बनने के लिए क्या करें। 

Globalization और Liberalization के दौर में आदमी की स्थिति जैसे-जैसे कमजोर होती जा रही है और मनोविज्ञान की उपयोगिता बढ़ती जा रही है। यदि आप लोगों की विचार प्रक्रिया को समझने और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में उनकी मदद करने में रुचि रखते हैं तो Career In Psychology आपके लिए हो सकता है।

इस लेख के माध्यम से आपको Psychologist kaise bane की पूरी जानकारी प्राप्त होगी। मनोवैज्ञानिक कैसे बने उसके लिए पहले आपको मनोविज्ञान के बारे में पता होना चाहिए तो चलिए शुरू करते हैं।

मनोविज्ञान या मनोवैज्ञानिक का अर्थ क्या है - What is the meaning of Psychology

मानव का दिमाग बहुत Complicated है तथा उतनी ही Complicated है उसकी कार्यपद्धती (Methodology)। मनोविज्ञान हमें मानव मस्तिष्क की जानकारी प्रदान करता है मनोविज्ञान में हम मानव मस्तिष्क की प्रकृति, प्रक्रिया प्रतिक्रिया तथा इससे जुड़े अन्य पहलुओं का अध्ययन करते हैं।

साइकोलॉजी का अर्थ है चेतन और अचेतन मानसिक प्रक्रियाओं, मानव अनुभव और व्यवहार का विज्ञान

जीवन में तनाव हो परेशानी हो या अन्य प्रकार की समस्याएं हो इन्हें सुलझाने में मनोविज्ञान की अहमियत बहुत बढ़ गई है मनोविज्ञान की इस उपयोगिता को देखते हुए ही छात्रों का लगाव इस क्षेत्र की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

मनोवैज्ञानिक कौन होता है - Who is a Psychologist

साइकोलॉजिस्ट अपने हुनर और कुशलता के आधार पर मनुष्य की सोच तथा मनुष्य की प्रगति तथा विकास के विभिन्न चरणों में उसकी आचरण पद्धति (code of conduct) को समझने का प्रयास करते हैं।


साइकोलॉजिस्ट एक विशेषज्ञ है जिसके लिए अन्य लोग अपनी आत्मा खोलते है। जो किसी व्यक्ति के सभी अनुभवों भय और रहस्यों के बारे में जानने वाले पहले लोगों में से एक है।

Psychologist किसी दिमागी तौर से परेशान व्यक्ति को बिना किसी दवाई और ट्रीटमेंट के उसकी दिमागी हालत को समझ कर, क्या करें और क्या न करें की सलाह देकर उसे ठीक करने का हुनर (skills) रखते हैं।


Note - अक्सर लोगों में यह भ्रम रहता है कि मनोवैज्ञानिक और मनोचिकित्सक एक ही होते हैं परंतु यह दोनों अलग-अलग विशेषज्ञता वाले होते हैं।

मनोवैज्ञानिक और मनोचिकित्सक में अंतर - Psychologist vs Psychiatrist

Psychologist - जैसा कि पहले बताया गया है कि मनोवैज्ञानिक अपने कौशल और विशेषज्ञता के आधार पर किसी दिमागी तौर से परेशान व्यक्ति को कुछ सलाह देकर और उसे अपने जीवन में कुछ बदलाव करके उसे ठीक करने की क्षमता रखता है।

परंतु Psychologist डॉक्टर नहीं होते। मनोवैज्ञानिक को दवाइयां देने और हॉस्पिटल में इलाज करने की अनुमति नहीं होती। उसके पास Medical Treatment करने का अधिकार नहीं होता। मनोवैज्ञानिक दिमाग की प्रकृति प्रक्रिया और प्रतिक्रिया का ही अध्ययन करते हैं।

Psychiatrist - यह पेशा मनोविज्ञान से बिलकुल उलट है। मनोचिकित्सको ने अपनी पढ़ाई के दौरान medical studies की होती हैं और मानसिक बीमारियों और विकारों में विशेषज्ञता हासिल की होती है। उन्हें डॉक्टरी इलाज करने का अधिकार होता है।

उनके पास मानसिक विकारों (mental disorders) का इलाज करने का लाइसेंस होता है। और यदि आप मनोचिकित्सक बनने की सोच रहे हैं तो आपको इसके लिए पैसा अलग रखना पड़ेगा क्योंकि psychiatrist बनने का Training बिलकुल सस्ता नहीं है।


मनोवेज्ञानिक कैसे बनें - How to become a Psychologist

साइकोलॉजिस्ट बनने के लिए 12वीं में किसी भी स्ट्रीम में मनोविज्ञान का विषय साथ में ले और इसी विषय में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन करें। अच्छा मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञ बनने के लिए MPhil और Doctorate तक के Course उपलब्ध है।

डिग्री Arts और Science दोनों विषयों में उपलब्ध है केवल कुछ विश्वविद्यालय Five Year Integrated Psychology Program प्रदान करते हैं। UG स्तर के कोर्स 3 साल तक के होते हैं जबकि PG स्तर के कोर्स 2 साल तक चलते हैं। कई अन्य विषयों की तरह मनोविज्ञान में भी Honors पाठ्यक्रम उपलब्ध है। साइकोलॉजी में करियर बनाने के लिए किसी भी व्यक्ति को इस विषय में Post-graduate studies अवश्य करना चाहिए।

मनोविज्ञान की बढ़ती उपयोगिता के कारण मनोविज्ञान स्कूल शिक्षा स्तर के पाठ्यक्रम का भी हिस्सा बनने जा रहा है। आने वाले दिनों में इसे स्कूली स्तर पर भी पढ़ाया जाने लगेगा इस विषय में Graduate तथा Post Graduate करने वालों के लिए करियर के बहुत उजले अवसर उपलब्ध हो जाते हैं।

Eligibility

किसी अच्छे कॉलेज में ग्रेजुएशन में एडमिशन लेने के लिए बच्चों को science, Art और commerce स्ट्रीम में अपनी 12 वीं स्तर की पढ़ाई कम से कम 70% अंकों से पास करनी चाहिए।

Post Graduation के लिए students के पास किसी अच्छे मान्यता प्राप्त University से BA Psychologist या equivalent course में डिग्री होनी चाहिए और कॉलेज द्वारा मांगे गए आवश्यक न्यूनतम अंक होने चाहिए।
Universities आमतौर पर एडमिशन के लिए Entrance exam और Interviews आयोजित करते हैं।

12वीं के बाद मनोविज्ञान कोर्स - Psychology course after 12th

12वीं के बाद अक्सर स्टूडेंट्स सोच में रहते हैं की साइकोलॉजिस्ट बनने के लिए graduation करने के लिए कौनसा कोर्स चुने। मनोविज्ञान में अपना करियर बनाने के लिए students को elective course में graduation जो की 3 से 4 साल की होती है को करने की जरूरत पड़ती है।

लेकिन ये ध्यान रखना भी जरूरी है की सिर्फ UG Degree कर लेने से आप लाइसेंस प्राप्त मनोविज्ञानिक नहीं बन सकते। 12वीं के बाद कुछ कोर्सेज की लिस्ट इस प्रकार है।

  • बीए मनोविज्ञान (BA Psychology)
  • बीए विकासात्मक अध्ययन (BA Developmental Studies)
  • बीएससी सामाजिक मनोविज्ञान (BSc Social Psychology)
  • बीएससी फॉरेंसिक मनोविज्ञान (BSc Forensic Psychology)
  • बीएससी मनोविज्ञान (BSc Psychology)
  • बीएससी संज्ञानात्मक विज्ञान (BSc Cognitive Science)
  • बीएससी स्वास्थ्य व्यवहार विज्ञान (BSc Health Behavioral Sciences)
  • बीएससी बिजनेस साइकोलॉजी (BSc Business Psychology)
  • बीएससी क्रिमिनोलॉजी एंड साइकोलॉजी (BSc Criminology and Psychology)

मनोविज्ञान स्नातकोत्तर कोर्सेज - Post Graduation Course Of Psychology

Post graduation के कोर्स आपको किसी खास क्षेत्र में विशेषज्ञ बनने की अनुमति देते हैं यह आमतौर पर 2 साल तक चलते हैं। साइकोलॉजी के इन कोर्सेज में आपको advanced knowledge मिलती है और Skill Development के लिए भी काफी कुछ सीखने को मिलता है। PG कोर्स पूरा करने के बाद इच्छुक व्यक्ति मनोविज्ञान में PhD भी कर सकता है। PG कोर्स कुछ इस प्रकार हैं

  • एमए मनोविज्ञान (MA Psychology)
  • एमएससी मनोविज्ञान (MSc Psychology)
  • एमए परामर्श मनोविज्ञान (MA Counseling Psychology)
  • एमएससी व्यवहार विज्ञान (MSc Behavioral Science)
  • एमएससी नैदानिक मनोविज्ञान (MSc Clinical Psychology)
  • एमएससी विकासात्मक मनोविकृति विज्ञान (MSc Developmental Psychopathology)
  • एमएससी संगठनात्मक मनोविज्ञान (MSc Organizational Psychology)
types of psychologist


कितने तरह के मनोवैज्ञानिक - Types Of Psychologist

अगर आपने साइकोलॉजिस्ट बनने का मन बना लिया है तो आपको किसी special field में विशेषज्ञता हासिल करनी पड़ेगी उसके लिए आपको ये पता होना जरूरी है की कितने प्रकार के साइकोलॉजिस्ट होते हैं और वे क्या कर सकते हैं। ताकि आप ये तय कर सके की आप किस फील्ड में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। साइकोलॉजिस्ट के कुछ प्रकार निम्नलिखित हैं: 

नैदानिक मनोवैज्ञानिक - Clinical Psychologist

इस क्षेत्र में  का लक्ष्य उन विभिन्न मानसिक स्थितियों का निदान और उपचार करने में मदद करना है जिनका लोग बुरी तरीके से सामना करते हैं वो भी बिना किसी दवाइयों के।

ये मनोचिकत्सकों (जो दवाईयां लिख सकते हैं) और उनके diagnosis में उनकी मदद भी करते हैं। उन्हें रोगियों की मानसिक स्थितियों को समझ कर सलाह देते हैं।

सामाजिक मनोवैज्ञानिक - Social Psychologist

सामाजिक मनोविज्ञान सामाजिक संरचना (social structure) में व्यक्तियों और समूहों के व्यवहार की जानकारी देता है। मनोविज्ञान की वह शाखा जांच करती है कि विभिन्न सामाजिक संदर्भों (social context) के दौरान हमारा दिमाग कैसे गियर बदल सकता है।

कैसे कुछ परिस्थितियां या व्यक्ति किसी व्यक्ति के विचारों और व्यवहार को बदल सकते हैं। समूह इसका एक बेहतरीन उदाहरण है जैसे कुछ लोग बड़े समूह में शर्मीले और अधिक पीछे हटने वाले हो सकते हैं जबकि अन्य अधिक मिलनसार (outgoing) बन सकते हैं।

शैक्षिक मनोवैज्ञानिक - Educational Psychologist

शैक्षिक मनोविज्ञान सीखने के व्यवहार के अध्ययन के लिए समर्पित है। यह शाखा शिक्षा तथा अध्ययन प्रक्रिया चाहे वह व्यस्क अथवा शिशु अध्ययन हो, की जानकारी देते हैं।

इसके अलावा एक शैक्षिक मनोविज्ञान छात्रों के सीखने के अनुभवों को बेहतर बनाने और स्कूल में उनकी उपलब्धि में सुधार करने में मदद कर सकता है।

उपभोक्ता मनोवैज्ञानिक - Consumer Psychologist

जैसे कि लोगों को खरीददारी करने की काफी आदते होती है। एक उपभोक्ता मनोवैज्ञानिक इन Specific Behaviors का अध्ययन करता है और यह जानने की कोशिश करता है कि लोगों को बाजार में क्या अधिक प्रभावित कर सकता है।

उदाहरण के लिए यदि लोग एक Clothing Brand को ज्यादा पसंद करते हैं तो यह जानना चाहते हैं कि ऐसा क्यों है? इस प्रकार के Trend के बारे में जानने के लिए व्यवसाय इनमें से किसी को भी नियोजित कर सकते हैं ताकि वे ग्राहकों की जरूरतों को बेहतर ढंग से पूरा कर सकें।

फॉरेंसिक मनोवैज्ञानिक - Forensic Psychologist

यदि आप अपराध और टेलीविजन के प्रशंसक हैं तो फॉरेंसिक मनोविज्ञान एक और क्षेत्र है जिसके बारे में आपने पहले ही सुना होगा। एक Forensic Psychologist न्याय प्रणाली के साथ काम करता है और अपराधिक व्यवहार को समझने में मदद कर सकता है।

फॉरेंसिक साइकोलॉजिस्ट अपराधियों से बात करके वह जान सकता है कि उसके इरादे क्या हैं और यह समाज के लिए कितना खतरनाक है। यह व्यक्ति अपराध पीड़ितों को बंद करने और भविष्य के अपराधों को रोकने में भी मदद कर सकते हैं।

औद्योगिक-संगठनात्मक मनोवैज्ञानिक - Industrial Organization Psychologist

एक व्यवसायिक मनोवैज्ञानिक इस बात से संबंधित है कि मनुष्य कार्यस्थल में कैसे behave करता है। आमतौर पर उन्हें एक कंपनी द्वारा उनकी practices में सुधार करने और नियोक्ताओं और कर्मचारियों के लिए कामकाजी जीवन को बेहतर बनाने के लिए contracted किया जाता है।

उदाहरण के लिए इस प्रकार के साइकोलॉजिस्ट को प्रशिक्षण कार्यक्रमों या सेमिनारों में शामिल किया जा सकता है जो टीम वर्क को बेहतर बनाने या तनाव को प्रबंधित करने के लिए डिजाइन किए गए हैं।

विकासवादी मनोवैज्ञानिक - Evolutionary Psychologist

एक विकासवादी मनोविज्ञान यह समझने के लिए काम करता है कि प्राकृतिक चयन के माध्यम से मानव मन समय के साथ कैसे बदल गया है। हमारे पूर्वजों को अतीत में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था और इस वजह से मस्तिष्क में इन समस्याओं के जवाब में अनुकूलित किया है। 

हमारे व्यवहार के लिए स्पष्टीकरण खोजने के लिए इस प्रकार के मनोवैज्ञानिक हमारे वर्तमान लक्षणों की जांच कर सकते हैं और अतीत में देख सकते हैं।

खेल मनोवैज्ञानिक - Sports Psychologist

खेल मनोविज्ञान खिलाड़ियों को उनके लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने अत्याधिक कार्य प्रेरित बने रहने तथा आशंका व सफलता एवं गतिरोध के भय का सामना करने में सहायता प्रदान करता है।

मनोवैज्ञानिक के कार्य - What psychologist do ?

जीवन में होने वाले उतार-चढ़ाव से हम कह सकते हैं कि एक मनोवैज्ञानिक की हमेशा जरूरत होती है जहां जब कोई व्यक्ति अपने आप किसी संकट से बाहर नहीं निकल सकता। दुनिया में बहुत से लोग मानसिक विकार, चिंता, व्यसन, जलन या जीवन संकट से ग्रसित होते हैं।

साइकोलोजिस्ट रोगियों को उनकी समस्याओं से निपटने और उनके डर को दूर करने के लिए Talk therapy में मदद करते हैं। नोकरी के दौरान मनोविज्ञानिक के कुछ विशेष कार्य होते हैं जैसे :

  1. मनोविज्ञान प्रशिक्षण आयोजित करना
  2. मुश्किल या गंभीर परिस्थितियों में लोगों को सलाह देना और उनकी मदद करना
  3. व्यक्तिगत लक्षण व्यवहार संबंधी विकार मानसिक परिवर्तन और पीड़ा की स्थिति के संबंध में मनोवैज्ञानिक निदान विकसित करना
  4. लोगों के मनोवैज्ञानिक गुणों का आकलन
  5. टीम प्रबंधन के मुद्दों पर प्रबंधन को सलाह देना
  6. बच्चों का विकास और शिक्षा
  7. व्यवसाय या शैक्षिक खेल आयोजित करना
  8. कर्मचारियों की भर्ती करना
  9. लेख और किताबें लिखना
  10. पूर्वानुमान रिपोर्ट और प्रमाण पत्र तैयार करना
  11. व्यक्तियों का समूह की काउंसलिंग करना
  12. कानूनी संस्थाओं को सलाह देना।

मनोवैज्ञानिक के कौशल और आवश्यकताएं - Psychologist's Skills and Requirements

यदि मानव मन और उसके तंत्रों ने आपको हमेशा से आकर्षित किया है तो शायद आप एक मनोवैज्ञानिक बनना चाहते हैं। यह एक आकर्षक काम है जिसका उद्देश्य लोगों को Psychological Support देना है। जो कि उनके पास होने वाले विभिन्न मनोवैज्ञानिक विकारों को कम करने और हल करने की कोशिश करता है। मनोवैज्ञानिक के पेशे के लिए विशेष योग्यता व्यक्तिगत गुणों और वैज्ञानिक ज्ञान की आवश्यकता होती है जैसे :

  1. लोगों से ईमानदारी और प्यार से व्यवहार करना और मदद करना मनोवैज्ञानिक का सबसे बड़ा गुण है
  2. आप को सहनशक्ति और धैर्य की भी आवश्यकता होगी क्योंकि आपको बहुत कुछ सुनना होगा और शिकायत नहीं करनी होगी।
  3. एक मनोवैज्ञानिक को जीतने में सक्षम होना चाहिए आत्मविश्वास को प्रेरित करना चाहिए और विश्वास जगाना चाहिए कि सब कुछ ठीक हो जाएगा
  4. रोगियों के समस्याओं के प्रति चौकस रहना चाहिए ताकि वे उनके प्रयासों में उनका साथ दे सकें।
  5. बुनियादी और व्यवहारिक मनोवैज्ञानिक विषयों का वैज्ञानिक रूप से अच्छा ज्ञान होना चाहिए ताकि लोगों के मानसिक चिंता को जल्दी और आसानी से समझ सके
  6. मनोविज्ञान में प्रयोग होने वाले नैदानिक उपकरण और मूल्यांकन विधियों का अच्छा ज्ञान होना चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर वे उनका अच्छे से प्रयोग कर सकें।
  7. संचार कौशल अच्छा होना चाहिए ताकि समझने वाले को आपकी बात अच्छे से समझ आ सके।
  8. लोगों और उनकी कहानियों में दिलचस्पी लेनी चाहिए, उनका दृष्टिकोण लेने में सक्षम होना चाहिए, सहानुभूति पूर्ण होना चाहिए।
  9. आपके अंदर मानसिक चिंता से परेशान लोगों की मदद करने का जुनून होना चाहिए।

कहां मिलेगी नौकरी - Jobs For Psychologist

एक मनोवैज्ञानिक के रूप में आप का कार्यक्षेत्र मुख्य रूप से आपके द्वारा चुनी गई विशेषज्ञता पर निर्भर करेगा इसका यह अर्थ नहीं है कि सामान्य मनोवेज्ञानिको के लिए करियर उपलब्ध नहीं होता। मनोविज्ञान में स्नातक करने के बाद वह सारे अवसर भी खुले हैं जो अन्य स्नातकों के लिए होते हैं। चाहे वह सिविल सेवा में जाने का मामला हो या मैनेजमेंट का। इस क्षेत्र में नौकरी के काफी अवसर हैं जैसे: 

  1. बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान, संघ लोक सेवा आयोग जैसे संगठनों को मनोवैज्ञानिकों की सेवाओं की आवश्यकता होती है।
  2. अस्पतालों व स्वास्थ्य सेवाओं में क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट या काउंसलर के रूप में काम करने का बड़ा अवसर है।
  3. निजी कंपनियों के अलावा डीआरडीओ लैब में साइंटिस्ट बी ग्रेड में मनोविज्ञान के छात्रों की नियुक्ति होती है।
  4. स्कूल, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों सहित शैक्षिक संस्थाओं में साइकोलॉजिस्ट प्रोफेसर बन सकते हैं।
  5. औद्योगिक और सेवा संगठनों में औद्योगिक मनोविज्ञानिक की काफी अच्छी नौकरी मिल सकती है।
  6. व्यवसायिक मार्गदर्शन केंद्रों समाज कल्याण संगठनों पुनर्वास केंद्रों तथा प्रसिद्ध गैर सरकारी संगठनों में कार्य के अवसर उपलब्ध होते हैं।

हाल के वर्षों में मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञ की मांग में काफी इजाफा हुआ है वैवाहिक संबंधों में आए तनाव को दूर करने मनुष्यों की भावनात्मक परेशानियों व अन्य उलझनों को दूर करने में क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट की भूमिका से आज कोई भी अनजान नहीं है।

शैक्षिक संस्थान - Colleges For Psychologist Course In India

भारत में काफी ऐसे अच्छे कोलेज्स हैं जो साइकोलॉजिस्ट बनने के लिए कोर्स उपलब्ध करवाते हैं मनोविज्ञान की समान्य शिक्षा के लिए Graduation और Post Graduation डिग्रीज देश के सभी Universities में उपलब्ध हैं इन्ही में से कुछ कोलेज्स की लिस्ट यहाँ दी जा रही है